Skip to main content

So he got up and stood there

 

Good morning Church. 

The man with the withered hand needed boldness to stand up to the instruction of Jesus who was being belittled by the community around him. Unlike today, Jesus was not seen as a great man, rather He was seen as an outcast during His time, a false prophet with a different theology. 

But it was the anointing over Jesus that made the man to be bold enough to stand up and follow the instructions of Jesus.

1. Let us be bold enough to stand for Jesus wherever God places us.

2. Let the anointing over us make others bold to take tough decisions.

Declare - With the power of the Holy Spirit, I will stand boldly and declare the truths of the word of God. I will lead many people to make bold decisions to follow Jesus. I am not a failure. I am victorious through Christ Jesus who took the victory on the cross. In Jesus name, Amen. Have a blessed day.


लूका 6:8
तो वह उठकर खड़ा हो गया।

सुप्रभात चर्च।

सूखे हाथ वाले व्यक्ति को उस यीशु के निर्देशों का पालन करने के लिए साहस की आवश्यकता थी, जिसे उसके आस-पास के समुदाय द्वारा तुच्छ समझा जा रहा था।

आज के विपरीत, यीशु को एक महान व्यक्ति के रूप में नहीं देखा गया था, बल्कि उन्हें अपने समय के एक बहिष्कृत व्यक्ति के रूप में देखा गया था, एक अलग धर्मशास्त्र वाला एक झूठा भविष्यद्वक्ता के रूप में देखा गया था।

लेकिन यह यीशु पर मौजूद अभिषेक था जिसने उस व्यक्ति को इतना साहसी बनाया कि वह उस समूह के बीच खड़ा हो सके और यीशु के निर्देशों का पालन कर सके।

1. आइए हम यीशु के लिए धीरज से उठ खड़े होने के लिए पर्याप्त साहसी बनें जहाँ कही भी परमेश्वर हमें रखता है।

2. हमारे ऊपर मौजूद अभिषेक, दूसरों को कठिन निर्णय लेने के लिए साहसी बनाए।

घोषणा करें - पवित्र आत्मा की शक्ति के साथ, मैं साहसपूर्वक उठकर स्थिर रहूँगा और परमेश्वर के वचन की सच्चाई की घोषणा करूँगा। मैं कई लोगों को यीशु का अनुसरण करने के लिए और साहसिक निर्णय लेने के लिए प्रेरित करूँगा। मैं असफल नहीं हूँ। मैं मसीह यीशु के द्वारा विजयी हूँ जिसने क्रूस पर विजय प्राप्त की।

यीशु के नाम पर, आमीन। आपका दिन आशीषित हो।

Comments

Popular posts from this blog

Badal de mere man ko - बदल दे मेरे मन को

It is a great joy to write songs in praise of our Creator who has control over us in every manner. This is another song that I received in the presence of our Lord and Saviour Jesus Christ as I was preparing for the ICPF - Berhampur camp 2017. I pray that this would be a blessing to many.   Here is a link for the video shot live during the camp. The following are the lyrics: बदल दे मेरे मन को, जीवन और चल चलन को संसार के सध्र्श्य नहीं, मेरे यीशु के समान ही  बढ़ा दे प्रभु तेरे वचनों में, भली और भावती इच्छा को समझ कर प्रभु तेरी सेवा करू, आराधना मै करू... बदल दे... चला दे प्रभु तेरी आत्मा से, नदियों के तट के वृक्ष समान फलदायक बनकर मै धन्य बनू, पवित्र जीवन जीउ.. बदल दे.. . फिरा दे प्रभु मेरा मन को तू, पाप और बुराई की गन्दगी से क्रूस का लहू से में शुद्ध होऊ, उद्धार हो जाऊ.. बदल दे... Transliteration: Badal De Mere Man Ko, Jeevan Aur chal Chalan ko Sansaar ke sadrush nahi, Mere Yeshu ke samaan hi Badade Prabhu tere vachano me, Bhali Aur bhavti icha ko Samaj kar P

Hu mai badla - हूँ मै बदला

As I was preparing for the ICPF camp in Berhampur, God gave me this song which I believe would be a blessing to all who listen. Special thanks to my dear friend and Rebuilders co-worker - Prince Scaria for amendments in the tune and chord progressions. Here is a link for the song recorded during the camp: The following is the lyrics of the song: यीशु के नाम में उद्धार है, धर्मी दौड़कर पाते शिफा यीशु के नामे में चंगाई है, सामर्थ और बल का श्रोता वह है कोई नहीं कर सकेगा, ऐसा काम तेरे समान  कोई नहीं दे सकेगा, ऐसा प्यार तेरे समान  हूँ मै बदला ...३ तेरी आत्मा से  हूँ मै बदला ...३ आत्मा के सामर्थ से  हूँ मै बदला ...३ तेरे वचनों से हूँ मै बदला ...३ वचन के सामर्थ से  यीशु के लहू में रिहाई है, पापी धोकर शुद्ध होते है यीशु का लहू वह पावन है, अशुद्ध को शुद्ध करता वह है कोई नहीं ..... हूँ मै बदला..... यीशु के वचन में सच्चाई है, बंधुवे खुलकर आज़ाद होते है यीशु का वचन हथोडा भी है, पत्थर दिलों को तोड़ता है कोई नहीं... हूँ मै बदला... ------- English Transliteration: Ye

परमेश्वर के सम्पूर्ण कवच - भाग २ - The Full Armor of God - Part 2

भाग १ का सिलसिला पिछले भाग में हमने कवच पहने रहने के कुछ कारण देखे और कवच के २ हत्यारों में बारे में सीखे थे, यहाँ हम उसका अगला भाग सीखेंगे। ३. विश्वास की ढाल - युद्ध में ढाल एक ऐसा हत्यार है, जिस के उपयोग से, वार किया जाने वाले सारे हत्यारों के हानी से एक योद्धा बचता है, यदि सही दिशा में उसे फेरते है। उसी प्रकार, हमारे मसीह जीवन में विश्वास एक ढाल के समान है, जो शैतान के हर प्रकार के वार से हमें बचाता है। उसे सही तरीके से इस्तेमाल करने हम वचन से सीखे, अर्थात् हमें कभी और कहाँ अपने ज़बान से विश्वास के वचन बोलकर हमारे मुसीबतों पर विजय पाना है, इसका हमें फैसला लेना है। निराशा, हार, दुखी वचनों को त्यागना है, और जीवन के वचन हमारे होठो से हमें बोलना है। ४. कमर पर सत्य का फेंटा: कवच के बारे में लिखने पर, सबसे पहले बताया हुवा हत्यार है - सत्य का फेंटा, जिससे हम यह सीखते है, कि सत्य ही हमें स्तिर रख सकती है। अटल खड़े रहने के लिए, हमें सत्य को थामे रहना ज़रूरी है। हमारी जान जाए तब भी हमें सत्य को पकडे रखना है, वह चाहे वचन की सच्चाई हो, या जीवन की सच्चाई हो, या एतियासिक सच्चाई